अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही ऐसी की पुलिस को 20 घंटे बाद दी सूचना, अब सीसीटीवी फुटेज से पहचान की कोशिश में जुटी पुलिस, फुटेज या फोटो भी नहीं किए जारी।
जोधपुर/इंडियामिक्स शहर के महात्मा गांधी अस्पताल में व्यवस्थाओं का आलम कुछ ऐसा है, जिससे पुलिस भी हैरान परेशान है। दरअसल हुआ ये कि रविवार देर रात का खून से लथपथ एक युवक एमजीएच इमरजेंसी में पहुंचा। उसकी हालत देख डॉक्टर्स ने प्राथमिक उपचार कर एक्स-रे करवाया। तब पता चला कि उसे बाजू पर गोली लगी है, जो भीतर ही फंसी हुई है। हॉस्पिटल स्टाफ पुलिस को बुलाने की बात करने में लगे, तो युवक को लगा कि अब तो पुलिस पहुंचकर उसे पकड़ लेगी और इसी डर से वो वहां से भाग निकला।
यहां से किसी तरह भाग निकलने के चक्कर में उसकी पिस्टल, जिसमें तीन कारतूस थे, वो भी वहीं गिर गई। इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने देर रात को ही पुलिस को सूचना देने की बजाय 20 घंटे बाद सोमवार रात को इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद एसीपी छवि शर्मा व सरदारपुरा थानाधिकारी के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाल उस युवक की पहचान के प्रयास शुरू किए।
इसी दौरान हॉस्पिटल स्टाफ ने पुलिस को पिस्टल भी सौंप दी। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में यही सामने आया है कि संभवतया युवक के पास पिस्टल रही होगी और उसी से छेड़छाड़ या मजाक-मस्ती में गोली उसके बाजू पर लगी होगी। अन्यथा, किसी अन्य द्वारा हमला हुआ होता, तो उसकी शिकायत किसी न किसी पुलिस थाने में हो चुकी होती। हालांकि, वह युवक कौन था, इस बारे में फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।