
न्यूज़ डेस्क/इंडियामिक्स प्रयागराज महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि भ्रामक सामग्री फैलाने वाले 140 सोशल मीडिया हैंडल्स के खिलाफ 13 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा, “आज 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है और शिवरात्रि पर्व के लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ क्षेत्र में कहीं भी ट्रैफिक जाम न हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। हम पूरी तरह से तैयार हैं, चाहे कितनी भी बड़ी भीड़ क्यों न हो।”
रविवार को महाकुंभ के आखिरी वीकेंड पर भारी भीड़ रही, लेकिन रात होते-होते भीड़ कम हो गई और लोग प्रयागराज से बाहर जाने लगे। इसके चलते सुलेम सराय (कानपुर रोड) पर यातायात सामान्य हो गया और जाम की स्थिति नहीं बनी। वहीं, अन्य इलाकों में भी जाम की स्थिति कम हो रही है।
इससे पहले, रविवार सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई थी, जिसका फायदा ऑटो, ई-रिक्शा और बाइक वालों ने खूब उठाया। नाविकों ने भी मनमाना पैसा वसूला, जहां एक नाव बुकिंग के लिए 20,000 रुपए तक मांग गए, जबकि सामान्य दिनों में यह राशि 1,000 रुपए होती है। सिविल लाइंस रेलवे स्टेशन के पास बाइकर्स गैंग ने यात्रियों से महज 2 किमी के लिए 500 रुपए वसूले। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 200 से ज्यादा बाइकें सीज कीं और 750 गाड़ियों का चालान किया।
महाशिवरात्रि पर्व पर शहर में 16 किमी लंबी शोभायात्रा निकलने की योजना थी, लेकिन पुलिस ने कमेटी से बातचीत कर शोभायात्रा न निकालने पर सहमति बना ली। महाकुंभ के 42वें दिन, मेला खत्म होने में सिर्फ 3 दिन बाकी हैं, और इस दौरान संगम पर इतनी भीड़ हो गई कि पैरों रखने की जगह नहीं बची। 13 जनवरी से अब तक 62.06 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं का महाकुंभ में आना जारी
महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिकों, सहित भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने संगम में डुबकी लगाई है। नेपाल से 50 लाख से अधिक लोग महाकुंभ में शामिल हुए हैं।
रेलवे ने बढ़ाई ट्रेनें, रद्द की 67 ट्रेनें
महाकुंभ के चलते रेलवे ने अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। हालांकि, 67 ट्रेनों को 1 मार्च तक रद्द कर दिया गया है और कम दूरी की ट्रेनें ज्यादा चल रही हैं। एयरपोर्ट पर भी भीड़ के कारण यात्रियों को लंबी लाइनों का सामना करना पड़ा और चाय-कॉफी के लिए भी लाइन लगानी पड़ी।
60 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी
सरकार ने कहा है कि अब तक 60 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई है, और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर यह संख्या 65 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही दावा किया था कि इस बार का महाकुंभ रिकॉर्ड तोड़ेगा और 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई थी।