लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव वाले दो विधान सभा क्षेत्रों मंे चुनाव से पूर्व करीब सौ मुस्लिम और यादव बीएलओ को बदलने पर समाजवादी पार्टी काफी गुस्से में है। पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसकी शिकायत की है। मुरादाबार के कुंदरकी के बाद अब कानपुर के सीसामऊ विधानसभा में षड़यंत्र के तहत 98 मुस्लिम बीएलओ को हटाकर गैर मुस्लिम बीएलओ की तैनाती करने का आरोप समाजवादी पार्टी ने लगाया है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने हटाए गए बीएलओ के नामों की सूची के साथ इसकी शिकायत दर्ज करायी है। मामले की जांच करके दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है। करीब एक सप्ताह पहले कुंदरकी विधानसभा में भी मुस्लिम और यादव बीएलओं व सुपरवाईजरों को हटाये जाने की शिकायत सपा ने की थी। प्रदेश की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है, उसमें कानपुर की सीसामऊ और मुरादाबाद की कुंदरकी भी शामिल है। दोनों ही सीटें वर्ष 2022 के विधानसभा के चुनाव में सपा ने जीती थीं।
सीसामऊ सीट से विधायक चुने गए सपा के हाजी इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद यह सीट रिक्त हो गई है। इस सीट पर सपा हाजी इरफान सोलंकी की मां या पत्नी को टिकट दे सकती है। इस बीच सीसामऊ सीट पर मुस्लिम बीएलओ को हटाए जाने पर सपा ने कड़ी नाराजगी दर्ज करायी है। प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने दिए गए ज्ञापन में कहा है कि उपचुनाव से पहले धर्म के आधार पर बीएलओ का बदला जाना अलोकतांत्रिक व असंवैधानिक है।